Thursday, 27 December 2012

मेरा प्यारा दोस्त “चन्दन”


मेरा प्यारा दोस्त “चन्दन” 

घर वालो से रहता हे तू दूर 
पर क्या करे तू भी हे मजबूर 
कुछ पाने के लिए कुछ खोना पड़ता हे ,
ये तू ही समझ  सकता हे 
फेसबुक का तू भी हे दीवाना ,
कर रहा हे तू एक अच्छा काम ,
कन्या को दिला रहा हे अपना मुकाम ,
कन्या भ्रूण हत्या पर उठाई हे तूने आवाज ,
इस मे हम भी हे तेरे साथ ,
तुझे नहीं रहता हे अपनी भावनाओ पर काबू ,
और तेरे भी निकल आते हे आसू ,
और क्या कहू में तेरे बारे में यार ,
तेरा भी बने अपना एक मुकाम ,
जिस से हो माता - पिता को तुझ पर नाज, 
जिस के लिए कर रहा हे तू मेहनत आज ,
पुरे हो तेरे भी सपने ,
और याद रहे हम भी हे तेरे अपने ,
इस नाचीज को भूल न जाना ,
याद कर के एक फ़ोन तो गुमाना ,

************* लेखक : - राहुल  कुमार  पालीवाल   

Thursday, 20 December 2012

जब तक हे जान (Chandan rathore)


वो दिन वो बाते
वो बाइक पे चिल्लाना
वो दोस्तों का रूठना मनना
कभी ना भूलूंगा में
जब तक हे जान जब तक हे जान


बात -बात पे आपस में लड़ना 
फ़ोन आने पर साइड में जाना
और फ़ोन के बिच दोस्तों का आना
फिर जोर जोर से गलिया देना
हर बात याद रखूँगा में
जब तक हे जान जब तक हे जान 
साथ में बेठ  कर पढना 
एक टोपिक पर बहस करना
टोपिक क्लियर होने पर जोर जोर से हँसना
पूरी पूरी रात असिग्नमेंट बनाना
हर बार याद करूँगा में
जब तक हे जान जब तक हे जान 

हर बात पे वो पार्टी मांगना 
हर मुलाकात में वो चाय पिलाना
कॉलेज में आ के वो गले से लगाना
फिर एक साथ क्लास में जाना
दोस्तों बहुत मिस(MISS) करूँगा में
जब तक हे जान जब तक हे जान 
तेरी वो बाते तेरी वो सरारते
तेरी हँसी ख़ुशी के वो पल
तेरी  बात बात पर आखो का जप्काना
हँस के बातो को टालना
गुसा कर के मुझसे रूठ जाना
फिर तेरा वो फ़ोन ना उठाना
फिर मुझसे ये कहना "जल्दी आना" 

यारो तुम बड़ा याद आओगे
जब तक हे जान जब तक हे जान 

वो जोर जोर से गाने गाना 
हर गाने पे डांस करना
"वो हँस - हँस के सब को रुलाना 
इन मीठी यादो को नही भुलाऊगा में "
जब तक हे जान जब तक हे जान 

दोस्तों हर बात पर मुझे संभालना 

कुछ गलत लिखदू तो मुझे माफ़ करना
कुछ आच लिखदू तो मुझे गले से लगा लेना
बस साथ तुम हो मेरे किसी से नही डरूंगा में
इन सरारतो को संजोये रखूँगा में
जब तक हे जान जब तक हे जान 


आपका शुभचिंतक
लेखक - चन्दन राठौड़

time - 20:12Pm,
date -20-12-2012
ye din 2012- 2012 ab kabhi nhi aayega

Saturday, 1 December 2012

मेरा केमरा (Chandan Rathore)


सब  की खुशियों  में शामिल   होता  मेरा  केमरा
सब के होठो पर मुश्कान लाता मेरा केमरा
तुम्हारी यादो में जाकता मेरा केमरा
तुम्हारी हँसी ठिठोली में सामने होता मेरा केमरा

रोते हुए को हँसता मेरा केमरा
खुशी के मारे  रुलाता मेरा केमरा

कभी किसी की याद दिलाता
कभी बिछड़े हुए को मिलाता
हर खुशियों को समेटता
हँसी मजाक इठलाती शरारतों को समेटता मेरा केमरा
सब मानते खुशिया  और चुप रहता मेरा केमरा

पर जब भी केमरे की यादो को देखा
तो हर पल रुलाता हे मेरा केमरा

"उसका आज नही होता
उसका आज कोई नही समझता"

पर  उसके पलों को देखा जब जब मेने
जो उसने समाये थे अपने अन्दर उसने
वो हर पल रुलाता गया

पर कुछ ना  कहता
किसी से कुछ ना चाहता
फिर भी सब को खुशिया देता मेरा  केमरा

"पुरानी  तस्वीरों को देख कर 
मुझे भी याद कर लिया करो 
कुछ ना सही थोड़ी मेरी 
सरहना ही कर लिया करो "

में हमेशा शादी ,पार्टीज ,पिकनिक और कई जगह जाता
सब के चेहरों और उनकी हलचल को अपने अन्दर समेटता
पर कोई मेरी अहमियत को ना समझता
ना कोई मेरी सराहना करता

जब मेरी यादो में जाता
तो अकेले में बेठ के  चुप-चाप रोता

बड़ा प्यारा
बड़ा न्यारा
मेरा  केमरा

शादी के हर तुम्हारी हल-चल  को समेटता मेरा  केमरा
पर कभी कोई नही कहता की सबसे जरुरी हे मेरा  केमरा

"समझो उसके आज को 
कल में क्या रखा हे 
तुम्हारे आज को जिसने सजोये रखा हे 
पहचानो उस निर्जीव को"

दुनिया में कोई नही हे जो अपना भुत(past ) देखले
मेरा केमरा  वो भी दिखा दे अब तो समझो इंसानों
कितना प्यारा मेरा केमरा
कितना प्यारा मेरा केमरा

"हँसी ख़ुशी वीरानियो में रहे तुम मेरे पास
अब जाना ना दूर मुझसे रहना हमेशा मेरे पास"


आपका शुभचिंतक
लेखक - चन्दन राठौड़ (#Rathoreorg20)

07:42pm,दिनाक 25-11-2012

_▂▃▅▇█▓▒░ Don't Cry Feel More . . It's Only RATHORE . . . ░▒▓█▇▅▃▂_