Thursday 20 December 2012

जब तक हे जान (Chandan rathore)


वो दिन वो बाते
वो बाइक पे चिल्लाना
वो दोस्तों का रूठना मनना
कभी ना भूलूंगा में
जब तक हे जान जब तक हे जान


बात -बात पे आपस में लड़ना 
फ़ोन आने पर साइड में जाना
और फ़ोन के बिच दोस्तों का आना
फिर जोर जोर से गलिया देना
हर बात याद रखूँगा में
जब तक हे जान जब तक हे जान 
साथ में बेठ  कर पढना 
एक टोपिक पर बहस करना
टोपिक क्लियर होने पर जोर जोर से हँसना
पूरी पूरी रात असिग्नमेंट बनाना
हर बार याद करूँगा में
जब तक हे जान जब तक हे जान 

हर बात पे वो पार्टी मांगना 
हर मुलाकात में वो चाय पिलाना
कॉलेज में आ के वो गले से लगाना
फिर एक साथ क्लास में जाना
दोस्तों बहुत मिस(MISS) करूँगा में
जब तक हे जान जब तक हे जान 
तेरी वो बाते तेरी वो सरारते
तेरी हँसी ख़ुशी के वो पल
तेरी  बात बात पर आखो का जप्काना
हँस के बातो को टालना
गुसा कर के मुझसे रूठ जाना
फिर तेरा वो फ़ोन ना उठाना
फिर मुझसे ये कहना "जल्दी आना" 

यारो तुम बड़ा याद आओगे
जब तक हे जान जब तक हे जान 

वो जोर जोर से गाने गाना 
हर गाने पे डांस करना
"वो हँस - हँस के सब को रुलाना 
इन मीठी यादो को नही भुलाऊगा में "
जब तक हे जान जब तक हे जान 

दोस्तों हर बात पर मुझे संभालना 

कुछ गलत लिखदू तो मुझे माफ़ करना
कुछ आच लिखदू तो मुझे गले से लगा लेना
बस साथ तुम हो मेरे किसी से नही डरूंगा में
इन सरारतो को संजोये रखूँगा में
जब तक हे जान जब तक हे जान 


आपका शुभचिंतक
लेखक - चन्दन राठौड़

time - 20:12Pm,
date -20-12-2012
ye din 2012- 2012 ab kabhi nhi aayega

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