Sunday 19 May 2013

MOAT SE MILAN (मौत से मिलन) Poem No. 99 (Chandan Rathore)


POEM No. 99
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मौत से मिलन
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दिप से प्रज्वलित ,वो ज्वाला हो
मन से जो निकले, वो शब्द एक हाला हो

हम तुम एक दुसरे में खो जायेंगे
बस तुझ से मिलन, मेरा लिख डाला हो

हर शख्स जब आंसू बहाये
ऐसी कोई मेरे जीवन की बेला हो

आम दिन अँधेरा रहे
और उस दिन ,क्या खूब उजाला हो

शांत रहे जीवन में
और उस दिन ,मंगल गाती बाला हो

सब बिछड़े ,जब में बिछड़ा
बह रहा जीवन मेरा ,जैसे कोई नाला हो

हर गडी दे रही, संकेत मुझे
मेरे दुःख जैसे ,गले की कोई माला हो

काम बड़ा है, नाम बड़ा है
बस कोई तो मुझे, सुनने वाला हो
बस कोई तो मुझे, सुनने वाला हो
आपका शुभचिंतक
लेखक - चन्दन राठौड़

9:39 PM 17/05/2013
_▂▃▅▇█▓▒░ Chandan Rathore (Official) ░▒▓█▇▅▃▂_

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