25वीं सालगिरह "Silver Anniversary" (Chandan Rathore)
आप की 25वी सालगिरह पर क्या तोफा दू
मुझे जो बनाने वाले हें उन्हें तोफे में क्या दू
हर ख़ुशी दी आप ने मुझे
हर दुःख से बचाया मुझे
जो माँगा आप से वो पाया
मेरे हर जन्मदिवस को आपने खास बनाया
जो मेरी किस्मत के सितारे हो
जो मेरे सपनो को पूरा करने वाले हो
उन्हें आज तोफे में क्या दू
अपेक्षा बड़ी रखी मुझसे पर कुछ ना पाया मुझसे
सपने आप के पुरे करू ये वादा हे आप से
जो मुझे पसंद था वो माँ आपने बनाया
जो मेने माँगा उसके लिए आपने पापा को भी मनाया
माँ में तो अभी लिखने में कमजोर हु
मुझे समझ नही आ रहा में तोफे में क्या दू
रहा आपसे हमेशा जुदा
याद करता रहा में सदा
माना जो काम किया मेने वो सब गलत किया
पर में एक दिन अच्छा बेटा बनके दिखाऊंगा
आप का नाम रोशन करके दिखाऊंगा
याद हे आप को
जब में आया दुनिया में आप कितना खुश थे पापा
जब आपने मुझे गले से लगाया
आप खुब हँसे थे जब माँ ने "कई करा " बोल था
25 साल केसे गुजर गये
कितनी हसी ख़ुशी के लम्हे गुजर गये
कितनी खट्टी -मिठी बाते गुजर गई
कितनी तकलीफ सही आपने
कितना संघर्ष किया आपने
कितने दुख देखे हमें पढ़ने को
ये सब किया हमें खुश करने को
हम ना समझ हमें समझ कहा
आप से दूर सही पर आप से जुदा कहा
हम पुरे करेगे आप के हर सपने
पर पापा अभी हमारी उम्र कहा
याद हे मुझे आप ने ऊधार लाकर मुझे पढ़ाया
खुद ना खाकर हमें खिलाया
हमारी खुशियों को आप ने हर कदम पर पूरा करवाया
में भी कुछ बनुगा ये मुझे विश्वास हे
मुझे पता हे आप को भी मुझ पर नाज हे
में भी आप के पद चिन्हों पर चलना चाहता हु
में भी आप को हर ख़ुशी देना चाहता हु
आज आप की 25वीं सालगिरह पर तोफे में क्या दू
जो लिखा अपने दिल से लिखा
आप के दिल को ठेस पहुचना मेरा ईरादा ना था
पसंद आये तो मेरा जीवन सफल
नहीं तो मेरा छोटा सा काम आज फिर विफल
मेरा छोटा सा तोफा कबुल करे माँ -पापा होकम
मुझे जो बनाने वाले हें उन्हें तोफे में क्या दू
हर ख़ुशी दी आप ने मुझे
हर दुःख से बचाया मुझे
जो माँगा आप से वो पाया
मेरे हर जन्मदिवस को आपने खास बनाया
जो मेरी किस्मत के सितारे हो
जो मेरे सपनो को पूरा करने वाले हो
उन्हें आज तोफे में क्या दू
अपेक्षा बड़ी रखी मुझसे पर कुछ ना पाया मुझसे
सपने आप के पुरे करू ये वादा हे आप से
जो मुझे पसंद था वो माँ आपने बनाया
जो मेने माँगा उसके लिए आपने पापा को भी मनाया
माँ में तो अभी लिखने में कमजोर हु
मुझे समझ नही आ रहा में तोफे में क्या दू
रहा आपसे हमेशा जुदा
याद करता रहा में सदा
माना जो काम किया मेने वो सब गलत किया
पर में एक दिन अच्छा बेटा बनके दिखाऊंगा
आप का नाम रोशन करके दिखाऊंगा
याद हे आप को
जब में आया दुनिया में आप कितना खुश थे पापा
जब आपने मुझे गले से लगाया
आप खुब हँसे थे जब माँ ने "कई करा " बोल था
25 साल केसे गुजर गये
कितनी हसी ख़ुशी के लम्हे गुजर गये
कितनी खट्टी -मिठी बाते गुजर गई
कितनी तकलीफ सही आपने
कितना संघर्ष किया आपने
कितने दुख देखे हमें पढ़ने को
ये सब किया हमें खुश करने को
हम ना समझ हमें समझ कहा
आप से दूर सही पर आप से जुदा कहा
हम पुरे करेगे आप के हर सपने
पर पापा अभी हमारी उम्र कहा
याद हे मुझे आप ने ऊधार लाकर मुझे पढ़ाया
खुद ना खाकर हमें खिलाया
हमारी खुशियों को आप ने हर कदम पर पूरा करवाया
में भी कुछ बनुगा ये मुझे विश्वास हे
मुझे पता हे आप को भी मुझ पर नाज हे
में भी आप के पद चिन्हों पर चलना चाहता हु
में भी आप को हर ख़ुशी देना चाहता हु
आज आप की 25वीं सालगिरह पर तोफे में क्या दू
जो लिखा अपने दिल से लिखा
आप के दिल को ठेस पहुचना मेरा ईरादा ना था
पसंद आये तो मेरा जीवन सफल
नहीं तो मेरा छोटा सा काम आज फिर विफल
मेरा छोटा सा तोफा कबुल करे माँ -पापा होकम
आपका शुभचिंतक
लेखक - चन्दन राठौड़
समय -11:08,Set 19-01-2013
03:46,Sun 20-01-2013
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